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रविवार, 25 मार्च 2018


कब से बच्चा ताक रहा है,
मां की गोद में जाने को,
लेकिन मां के पास नहीं है
फुर्सत के कुछ खुल्ले सिक्के,
जो देकर बालक को बहला दे,
क्योंकि उसको समय नहीं है
बिज़नेस पार्टी और बोतल से,
फिर भी अपना फ़र्ज़ जताने,
आया बाज़ार से लाई है,
जो अपनी ममता को बेचेगी
अपना लाड़ लुटाएगी,
क्योंकि वो लाचार है
उसका बच्चा जो भूखा है ।

सूरज प्रकाश राजवंशी-13-04-08

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