ग़ज़ल
तुम मुझसे इस वादा कर लो, मैं तुमसे इक वादा,
इसी बहाने मिला करेंगे, थोडा कभी जियादा !
तुमने मुझसे क्या लेना था, मैंने तुमसे क्या लेना,
मुश्किल तभी ये हल होगी जब होगा नेक इरादा !
जब भी मेरी छत पे आ के चिड़िया चहचहाती है,
मुझको मेरे घर की मुश्किल लगती है कुछ सादा !
सूरज प्रकाश (१८/०७/२०११)
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